जिस रमजान को इस्लाम में ‘पाक’ महीना कहकर सम्मान दिया जाता है, उसी रमजान में जयपुर के महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल सैयद मशकूर अली की घिनौनी करतूतों ने इंसानियत को कलंकित कर दिया। इस दरिंदे को जयपुर पुलिस ने कॉलेज की ही छात्रा से बलात्कार के आरोप में धर दबोचा है। इसके साथ ही उसके तीन साथी गुंडों की तलाश जारी है, जो गिरफ्तारी के बाद से फरार हैं और अपने मोबाइल बंद कर छिपे हुए हैं। यह हैवान प्रिंसिपल, जिसे छात्राएँ अपना गुरु मानती थीं, उनकी जिंदगी को नर्क बनाने का जिम्मेदार निकला।
मशकूर अली: गुरु नहीं, दरिंदा निकला
सांगानेर के महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठा सैयद मशकूर अली अपनी जिम्मेदारी भूल गया। उसे छात्राओं को पढ़ाना और उनका करियर संवारना था, लेकिन इस नीच ने उनकी अस्मिता को कुचल डाला। 50 से ज्यादा छात्राओं ने इस शैतान पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। छात्राओं ने सड़कों पर उतरकर इस हैवान के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रतापनगर थानाधिकारी मनोज बेरीवाल ने बताया कि 21 मार्च 2025 को एक छात्रा ने बलात्कार का केस दर्ज कराया। मेडिकल जाँच और बयान के बाद रविवार को पुलिस ने मशकूर अली को झोटवाड़ा स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया।
दिसंबर 2024 से शुरू हुई दरिंदगी
एडिशनल SP सांगानेर विनोद शर्मा ने खुलासा किया कि दिसंबर 2024 में इस दरिंदे ने छात्रा को मिलने के बहाने घर बुलाया और उसकी इज्जत लूट ली। यह नीच सालों से ऐसी हरकतें करता आ रहा था, लेकिन लोकलाज और डर की वजह से छात्राएँ चुप रहती थीं। इससे पहले 3 फरवरी को छात्राओं ने तकनीकी विभाग से शिकायत की थी कि मशकूर अली बदतमीजी और अभद्रता करता है। 10 मार्च को कॉलेज में छात्राओं ने इसके खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें खुलासा हुआ कि यह हैवान बड़े लोगों से संपर्क का झांसा देकर छात्राओं को अपनी कार में ले जाता था और गंदी हरकतें करता था।
वॉशरूम में कैमरे, अश्लील मैसेज और धमकियाँ
छात्राओं ने बताया कि मशकूर अली ने वॉशरूम में कैमरे लगवाए थे और उनकी वीडियो बनाता था। साल 2023 में प्रिंसिपल बनने के बाद से ही यह शैतान छात्राओं से अभद्रता कर रहा था। उसने खुद को छात्राओं के पर्सनल व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा था और उनकी डीपी व स्टेटस पर अश्लील कमेंट करता था। इस नीच ने अश्लील मैसेज भेजकर छात्राओं को तंग किया और धमकी दी कि अगर किसी ने पुलिस या परिवार से शिकायत की, तो उनकी वीडियो वायरल कर देगा। वीडियो वायरल होने के डर से छात्राएँ चुप रहने को मजबूर थीं।

छात्राओं का गुस्सा, पुलिस की कार्रवाई
अब तक तीन छात्राओं ने हिम्मत दिखाकर अपने बयान दर्ज कराए हैं। छात्राओं का कहना है कि मशकूर अली की दरिंदगी ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी। पुलिस ने मशकूर अली को जेल भेज दिया है और उसके फरार साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में ऐसे हैवानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग को तेज करती है।