बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने अपनी मां की जान बचाने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। सजीब ने रविवार को बांग्लादेश के कार्यवाहक अधिकारियों पर पड़ोसी देश में भीड़तंत्र (mob rule) को अनुमति देने का आरोप लगाया। बांग्लादेशी में हिंदुओं पर बहुत ज्यादा अत्याचार हो रहा है, जिसकी वजह से बांग्लादेशियों द्वारा भारत में घुसपैठ के की कई कोशिश भी किए गए हैं।
सजीब वाजेद ने चेतावनी दी है कि, अगर बांग्लादेश में जल्द चुनाव नहीं हुए तो वहाँ अराजकता फैल सकती है। बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना विमान से भारत आ गईं थी। बांग्लादेश में छात्रों के नेतृत्व में विद्रोह फैल गया और इस हिंसा में कई लोगों की मौत भी हुई।
अंतरिम सरकार की आलोचना
शेख हसीना के बेटे सजीब ने अंतरिम सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि, यह सरकार पूरी तरह से शक्तिहीन है। एक इंटरव्यू में सजीब ने कहा कि, “इस वक्त बांग्लादेश में भीड़तंत्र का शासन है।” बता दें कि, हसीना सरकार के पतन से पहले हुए दंगों में 450 से ज्यादा लोग मारे गए थे, जिनमें से 42 पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। सजीब वाजेद ने आरोप लगाया कि कुछ विदेशी ताकतों ने हिंसक विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया था।
भारत में कब तक रहेंगी हसीना?
यह साफ नहीं हुआ है कि, शेख हसीना अभी भारत में कितने समय तक रहेंगी। मगर वाजेद ने कहा कि उनके किसी और देश में जाने की अभी ऐसी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि, “मेरी मां अपना देश कभी भी छोड़ना नहीं चाहती थीं। उनका सपना बांग्लादेश में ही सेवानिवृत्त होना है। वाजेद ने कहा कि, यह उनका आखिरी कार्यकाल होने वाला था और वह 76 वर्ष की हैं, इसलिए वह बस अपने घर वापस जाना चाहती हैं।”