भारत ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले का करारा जवाब दिया है। इसके जवाब में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने 6-7 मई की रात एक सटीक और साहसी संयुक्त सैन्य अभियान, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया और POK एवं पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने 7 मई की रात 1:44 बजे इसकी घोषणा की।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें बहावलपुर, कोटली, मुजफ्फराबाद, मुरिदके और सियालकोट जैसे इलाके शामिल थे। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, हमले उन लॉन्च पैड्स और प्रशिक्षण केंद्रों पर केंद्रित थे, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की साजिश रची जाती थी। भारतीय सेना ने सुखोई-30, रफाल जेट्स, ब्रह्मोस और स्कैल्प मिसाइलों के साथ-साथ लॉइटरिंग म्यूनिशन का इस्तेमाल किया। खुफिया एजेंसी RAW ने इन ठिकानों की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई थी।
9 आतंकी अड्डों को किया गया ध्वस्त
पाकिस्तान
- मरकज़ सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर (जैश-ए-मोहम्मद)
- मरकज़ तैयबा, मुरिदके (लश्कर-ए-तैयबा)
- सरजाल, तहड़ा कलां (जैश-ए-मोहम्मद)
- महमूना जोया, सियालकोट (हिजबुल मुजाहिदीन)
POK
- मरकज़ अहले हदीस, बर्नाला (लश्कर-ए-तैयबा)
- मरकज़ अब्बास, कोटली (जैश-ए-मोहम्मद)
- मस्कर रहील शाहिद, कोटली (हिजबुल मुजाहिदीन)
- शवाई नाला कैंप, मुज़फ्फराबाद (लश्कर-ए-तैयबा)
- सैयदना बिलाल कैंप, मुज़फ्फराबाद (जैश-ए-मोहम्मद)
भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक और साहसी सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LOC) पर गोलीबारी कर अपनी खीज उतारने की कोशिश की। भारतीय सेना ने इस नापाक हरकत का करारा जवाब देते हुए स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है।
ऑपरेशन सिंदूर की पुष्टि करते हुए विदेश मंत्रालय (MEA) और थलसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया थी, जिसमें 28 निर्दोष नागरिक मारे गए थे।
प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया कि ऑपरेशन के दौरान केवल आतंकवादियों के ठिकानों को ही निशाना बनाया गया। यह हमला पूरी तरह से योजनाबद्ध और अत्यंत सटीकता के साथ किया गया था, जिससे किसी आम नागरिक या पाकिस्तान के सैन्य ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के उन कैंपों और ट्रेनिंग सेंटरों को ध्वस्त किया, जहां से घुसपैठ और आतंकी हमलों की साजिशें रची जा रही थीं। हमलों में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) दोनों के इलाकों में स्थित इन टारगेट्स को प्रभावी ढंग से खत्म किया गया।
ऑपरेशन के बाद भारत ने वैश्विक मंच पर भी यह स्पष्ट कर दिया है कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तान की जनता या सेना के खिलाफ। भारत की नीति ‘आतंक के प्रति शून्य सहिष्णुता’ पर आधारित है और देश अपनी सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा।
इस बीच, देशभर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं और सीमा पर चौकसी को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यदि पाकिस्तान की ओर से किसी प्रकार की और उकसावे की कार्रवाई की जाती है, तो भारत उसका जवाब अत्यंत कठोर और निर्णायक तरीके से देगा।