ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र में 22 अप्रैल 2025 को हुए सनसनीखेज कृष्णा देवी हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपित इमरान उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के हर्ष विहार निवासी कृष्णा देवी का सड़ा-गला शव 24 अप्रैल को इलायचीपुर गांव में बरकत शाह के मकान में मिला था। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से इमरान को ट्रोनिका सिटी से गिरफ्तार कर इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश किया। डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि आरोपित ने 22 अप्रैल को दोपहर करीब एक बजे कृष्णा देवी की चुन्नी से गला घोटकर हत्या की और 16 घंटे तक शव के साथ कमरे में रहा। इसके बाद 23 अप्रैल की सुबह वह कमरा बंद कर हरिद्वार फरार हो गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि इमरान, जो अंकुर विहार का निवासी और पेंटर है, बरकत अली के मकान में किराये पर रहता था और कृष्णा देवी को अपनी पत्नी के रूप में पेश करता था। कृष्णा देवी दिल्ली के एक स्कूल में मिड-डे-मील बनाती थीं, और उनकी इमरान से मुलाकात खाद्यान्न आपूर्ति के दौरान हुई थी। दोनों के बीच अवैध संबंध थे, जिसके चलते उन्होंने इलायचीपुर में किराये पर कमरा लिया था। इमरान ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह कृष्णा देवी की नाबालिग बेटी पर भी गलत नजर रखता था। 22 अप्रैल को जब कृष्णा देवी इमरान से मिलने आईं, तो उसने उन पर अपनी बेटी को साथ लाने का दबाव बनाया। इस बात का विरोध करने पर दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद इमरान ने क्रूरता से उनकी हत्या कर दी।
कृष्णा देवी 22 अप्रैल की सुबह घर से निकली थीं, लेकिन वापस नहीं लौटीं। स्वजन उन्हें तलाश रहे थे, तभी उन्हें इलायचीपुर में शव मिलने की सूचना मिली। महिला के बेटे भूपेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में इमरान का आपराधिक इरादा और क्रूरता सामने आई। उसने न केवल हत्या की, बल्कि शव के साथ 16 घंटे तक कमरे में रहकर अपनी बर्बरता का परिचय दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इमरान को धर दबोचा।
यह घटना समाज में व्याप्त नैतिक पतन और महिलाओं के प्रति असुरक्षा को उजागर करती है। पुलिस अब इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि सभी तथ्यों का खुलासा हो और दोषी को कड़ी सजा मिले। इस हत्याकांड ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है, और लोग ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कठोर कदमों की मांग कर रहे हैं।