संभल के असमोली थाना क्षेत्र में 12 मार्च 2025 को हुई स्टाफ नर्स की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों, जीशान और रियाज, को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, नर्स के साथ काम करने वाला जीशान उससे एकतरफा प्यार करता था और शादी के लिए दबाव डाल रहा था। नर्स के विरोध करने पर दोनों में विवाद हुआ, जिसके बाद जीशान ने अपने साथी रियाज के साथ मिलकर उसे दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। हालांकि, हत्या में शामिल डॉक्टर सुभाष पाल अभी फरार है और रेप की धाराएं न जोड़े जाने से नाराज नर्स के परिजन व हिंदू संगठनों ने सोमवार को थाने पर हंगामा किया।
यह मामला होली से ठीक एक दिन पहले, 13 मार्च को, सामने आया जब नर्स के भाई ने थाने में तहरीर दी। उसने बताया कि उसकी बहन पाल अस्पताल, असमोली में स्टाफ नर्स थी। 11 मार्च की रात 9 बजे अस्पताल के कंपाउंडर रियाज ने उसे फोन कर बहन को ले जाने को कहा। जब वह अस्पताल पहुंचा, तो बहन बेहोश थी। इसके बाद वह उसे चौधरपुर के एक निजी अस्पताल ले गया, जहां 12 मार्च को उसकी मौत हो गई। भाई ने डॉक्टर सुभाष पाल, रियाज और जीशान पर दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस ने सिर्फ हत्या का मामला दर्ज किया।
सोमवार को पुलिस ने जीशान और रियाज को संभल जोया रोड पर नगला फैक्ट्री के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि जीशान नर्स को प्यार समझ बैठा था और शादी के लिए दबाव बना रहा था। नर्स के इनकार से नाराज जीशान ने रियाज के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 11 मार्च को स्टाफ ग्राउंड फ्लोर पर था, तभी नर्स और जीशान की बहस हुई। रियाज ने सीसीटीवी बंद कर दिए। नर्स दूसरी मंजिल पर गई, जहां दोनों ने उसे छज्जे से नीचे धक्का दे दिया और फरार हो गए।
नर्स के भाई का आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित परिवार को धमकी दे रहे हैं कि केस वापस लो, वरना सबको मार देंगे। समझौते का दबाव भी बनाया जा रहा है। उसने डीएम से सुरक्षा मांगी, जिसके बाद डीएम ने एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, डॉक्टर की गिरफ्तारी न होने और रेप की धारा न जोड़े जाने पर परिजनों और हिंदू संगठनों ने थाने पर नारेबाजी की। उनका कहना है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जल्द ही बाकी तथ्य सामने आएंगे।