आस्था के पर्व महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 से हो चुकी है. हर रोज यहां काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, इस बार लगभग 45 करोड़ लोगों के यहां पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. महाकुंभ के बारे में अक्सर एक बात कही जाती है कि कुंभ में लोग खो जाते हैं या फिर कुंभ के बिछड़े कभी नहीं मिलते लेकिन इस बार तीर्थराज प्रयागराज में चल रहे कुंभ में ऐसा नहीं होगा, कुंभ में कोई नहीं बिछड़ेगा या गारा कोई बिछड़ा भी तो उसे खोज लिया जाएगा.
दरअसल प्रयागराज महाकुंभ में अगर आपका कोई अपना गुम हो जाता है तो आपको ये पता होना चाहिए कि आपको ऐसे में करना क्या है ? उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के इसके लिए विशेष व्यवस्था की है. प्रयागराज महाकुंभ का इस बार 144 वर्ष का विशेष संयोग बना है जिसके कारण काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं, इसलिए योगी सरकार की तरफ से सख्त इंतजाम किए गए हैं, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो और ये पूरा आयोजन अच्छे से पूरा हो जाए.
किसी के खोने पर क्या करें ?
- अगर आपका कोई अपना महाकुंभ मेले में गुम हो गया है या हो जाता है तो ऐसे में आपके लिए ये जानना जरूरी हो जाता है कि यहां पर 10 कंप्यूटराइज्ड खोया पाया केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा संगम वापसी वाले रास्ते के पश्चिम की तरफ स्थित मुख्य मॉडल केंद्र में सामान्य दिनों में 5 कर्मचारी तैनात रहेंगे, जबकि स्नान पर्व वाले दिनों में 9 कर्मचारी तैनात रहेंगे.
- ऐसे में अगर आपका कोई अपना महाकुंभ मेले में गुम हो जाता है तो आपको इन कंप्यूटराइज्ट खोया पाया विभाग में जाना है
- यहां पर आपको खोए हुए व्यक्ति का नाम बताना है और बाकी जानकारी देनी है
- आपको उसका फोटो भी देना है, जिसके बाद आपके अपने को ढूंढने का काम किया जाता है
- जब आप किसी गुम हए व्यक्ति को ढूंढने के लिए खोया पाया केंद्र से संपर्क करेंगे तो इसके बाद केंद्र द्वारा उस व्यक्ति की जानकारी कंप्यूटर में दर्ज की जाएगी. इसके बाद आपको एक रसीद दी जाएगी और फिर 55 इंच की बड़ी एलईडी पर गुम हुए व्यक्ति की जानकारी को दिखाया जाएगा. साथ ही गुम हुए व्यक्ति को ढूंढने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की भी मदद ली जाएगी.