उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 13 साल के नाबालिग बच्चे का अपहरण कर उसके साथ रेप और हत्या की गई। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों की पत्नी और गर्लफ्रेंड ने रमजान के महीने में शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। घटना के बाद बच्चे की लाश को कुएं में फेंक दिया गया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे की तलाश जारी है।
यह वारदात कानपुर के अरौल इलाके में 5 मार्च, बुधवार को हुई। पीड़ित एक प्रॉपर्टी डीलर का 13 साल का बेटा था, जो मोहल्ले से अचानक गायब हो गया। अगले दिन, 6 मार्च को पीड़ित के परिवार को फिरौती का मैसेज मिला, जिसमें लिखा था, “तुम्हारा भाई हमारे पास है। अगर जिंदा चाहते हो तो शाम 5 बजे तक 10 लाख रुपये जुटा लो। पुलिस को खबर दी तो जान से मार देंगे।” परिवार ने इस मैसेज का जवाब नहीं दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों को लगा कि परिवार ने मैसेज नहीं देखा। इसके बाद मोहल्ले का ही नजर अली हुसैनी (22) पीड़ित के घर पहुंचा और कहा, “अपना मोबाइल चेक करो, कोई मैसेज तो नहीं आया।” इससे परिवार को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि फिरौती का मैसेज हुसैनी के फोन से ही भेजा गया था। उसे हिरासत में लेकर सख्त पूछताछ की गई, जिसमें उसने जुर्म कबूल कर लिया। हुसैनी ने बताया कि इस अपराध में उसका साथी अजहर उर्फ अज्जू भी शामिल था। उसने खुलासा किया कि रमजान के कारण उसकी पत्नी ने रोजे का हवाला देकर शारीरिक संबंध से मना कर दिया था। इसके चलते दोनों ने अपनी यौन इच्छाएं पूरी करने और फिरौती से पैसे कमाने की नीयत से बच्चे का अपहरण किया।
ACP ब्रजेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने बच्चे को बहाने से जंगल में ले जाकर उसके साथ रेप किया। इसके बाद उसकी हत्या कर लाश को कुएं में फेंक दिया। हुसैनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि अज्जू की तलाश के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गई हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही दूसरे आरोपी को भी पकड़ लिया जाएगा। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और लोगों में आक्रोश व्याप्त है।