उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से लव जिहाद का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में आक्रोश और आक्रांत वातावरण पैदा कर दिया है। आरोप है कि एक मुस्लिम युवक ने अपनी पहचान छिपाकर खुद को हिंदू युवक “बिट्टू” बताकर एक हिंदू युवती से दोस्ती की और धीरे-धीरे उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। लेकिन जब युवती को सच्चाई का पता चला कि वह युवक दरअसल “रियान” नामक मुस्लिम युवक है, तो उसकी जिंदगी नरक बना दी गई।
युवती का आरोप है कि रियान ने लगातार उसका पीछा करना शुरू किया और एक दिन बहाने से उसे घर बुलाकर अपने परिवार के साथ मिलकर धर्म परिवर्तन और निकाह का दबाव डाला। जब युवती ने स्पष्ट शब्दों में इनकार कर दिया तो आरोपी और उसके परिजनों ने उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
इस पूरे षड्यंत्र का सबसे भयावह पहलू 6 सितंबर को सामने आया, जब पीड़िता तनु बाजार गई हुई थी। तभी आरोपी रियान वहां पहुंचा और धारदार हथियार से उस पर जानलेवा हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में युवती के सिर पर गंभीर चोटें आईं और उसकी हालत नाजुक हो गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति गंभीर बताई।
घटना के बाद पीड़िता और उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस की ढिलाई और लापरवाही ने मामले को और बिगाड़ दिया। परिवार का आरोप है कि शिकायत के 24 घंटे बाद तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस रवैये से आक्रोशित हिंदू संगठनों ने थाना कोतवाली का घेराव किया और जमकर हंगामा किया।
जन दबाव और संगठनों के विरोध के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी रियान सहित उसके परिवार और सहयोगियों समेत सात लोगों पर दुष्कर्म, हत्या की कोशिश, धमकी और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना तथाकथित “लव जिहाद” की गंदी सच्चाई को एक बार फिर सामने लाती है। एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत मुस्लिम युवक हिंदू नाम और पहचान का इस्तेमाल कर हिंदू बेटियों को फंसाते हैं, उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाते हैं और विरोध करने पर उन पर हमले तक कर देते हैं। समाज में भय और अविश्वास का माहौल पैदा करना ही इसका असली उद्देश्य है।
बरेली की यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। हिंदू संगठनों की मांग है कि ऐसे मामलों में कठोरतम कार्रवाई हो, ताकि कोई भी अपराधी इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके।