गोरखपुर जनपद में लव जिहाद का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। रामगढ़ताल क्षेत्र की एक 26 वर्षीय हिंदू महिला को इंस्टाग्राम के जरिए धोखे से जाल में फंसाकर शारीरिक शोषण और ठगी का शिकार बनाया गया। आरोपित की पहचान बेतिया (बिहार) निवासी शमशाद आलम के रूप में हुई है, जिसने अपनी असली पहचान छुपाकर राकेश निषाद नाम से सोशल मीडिया पर महिला से दोस्ती की।
महिला ने अपनी तहरीर में पुलिस को बताया कि शमशाद ने राकेश बनकर पहले सोशल मीडिया पर बातचीत शुरू की और धीरे-धीरे उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। शादी का झांसा देकर उसने मंदिर में विवाह का नाटक रचा और महिला से 50 हजार रुपये भी ऐंठे। शादी के बाद कुछ समय तक साथ रहने के बाद आरोपी सऊदी अरब चला गया। वापसी पर वह महिला को गोरखपुर के विभिन्न होटलों में बुलाता रहा और निरंतर शारीरिक संबंध बनाता रहा। इसी बीच महिला गर्भवती हो गई।
जब महिला ने शादी और परिवार को लेकर दबाव बनाया, तब आरोपी ने अपनी असलियत बताई कि उसका नाम शमशाद आलम है और वह शादीशुदा है, जिसके पहले से चार बच्चे हैं। महिला का कहना है कि 13 अगस्त 2025 को आरोपी उसे अपने पैतृक गांव बिहार के बेतिया, लौरिया तेलपुर ले गया, जहां उसकी पत्नी और परिवार ने जाति-धर्म का हवाला देकर मारपीट की और गर्भवती महिला को घर से निकाल दिया।
महिला ने आरोप लगाया कि इस पूरे षड्यंत्र का मकसद केवल उसकी आबरू से खिलवाड़ करना और आर्थिक शोषण करना था। पुलिस ने आरोपित शमशाद आलम उर्फ राकेश, उसके पिता सुल्तान मियां, मां और पत्नी के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट और धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने कहा कि पुलिस आरोपितों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह मामला तथाकथित “लव जिहाद” की काली सच्चाई को उजागर करता है, जिसमें फर्जी पहचान, झूठे वादे और धार्मिक छल से मासूम हिंदू बेटियों को फंसाया जाता है। सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार के अपराध बढ़ते जा रहे हैं और समाज के सामने गंभीर खतरा उत्पन्न कर रहे हैं। यह घटना चेतावनी है कि परिवारों को सतर्क रहना होगा और कानून-व्यवस्था को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी होगी, ताकि कोई भी शमशाद भविष्य में किसी बेटी की जिंदगी बर्बाद न कर सके।