गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने देश की सुरक्षा के विरुद्ध कार्य करने वाले एक आतंकवादी मॉड्यूल (Al Qaeda) का पर्दाफाश करते हुए एक महिला संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। यह महिला ‘अलकायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट’ (AQIS) की सक्रिय सदस्य बताई जा रही है। गुजरात (Gujarat) के गृह विभाग के अनुसार, गिरफ्तार महिला का नाम शमा परवीन है, जिसकी उम्र 30 वर्ष है और वह मूलतः झारखंड की रहने वाली है। शमा को 30 जुलाई को बेंगलुरु के हेब्बल क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी (Harsh Sanghavi) ने इस गिरफ्तारी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि शमा परवीन के पाकिस्तान स्थित संदिग्ध संपर्कों के डिजिटल प्रमाण भी ATS को प्राप्त हुए हैं।
सोशल मीडिया पर उग्र जिहादी गतिविधियों का प्रचार
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शमा परवीन सोशल मीडिया, विशेष रूप से इंस्टाग्राम के माध्यम से उग्र जिहादी विचारधारा का प्रचार कर रही थी। वह अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन करती थी और ऐसे वीडियो, भाषण व पोस्ट साझा करती थी जो देश के खिलाफ नफरत फैलाने और युवाओं को कट्टरपंथ की ओर प्रेरित करने वाले थे।
गृह विभाग के अनुसार, शमा ने जिहादी विचारधारा से प्रभावित करीब 10,000 से अधिक फॉलोअर्स तैयार कर लिए थे। वह उन युवाओं को आतंक की राह पर चलने के लिए उकसा रही थी, जिनका मन सरकारी नीतियों और संविधान के प्रति असंतोष से भरा हुआ था।
बेंगलुरु से पकड़ी गई, भाई के साथ रह रही थी किराए पर
शमा परवीन बेंगलुरु के मोनारायानापाल्या क्षेत्र में एक किराए के फ्लैट में अपने छोटे भाई के साथ रह रही थी, जो स्थानीय कंपनी में कार्यरत है। ATS की एक विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर वहां अचानक छापा मारकर उसे हिरासत में लिया। बाद में उसे स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट वारंट पर गुजरात लाया गया।
लंबे समय से ATS कर रही थी निगरानी
गुजरात ATS ने बताया कि यह कार्रवाई लंबे समय से चली आ रही खुफिया निगरानी और सोशल मीडिया विश्लेषण का परिणाम है। इससे पूर्व 22 जुलाई को AQIS से जुड़े चार अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया गया था, जिनसे पूछताछ के दौरान शमा परवीन की भूमिका सामने आई।
ATS अधिकारियों ने बताया कि जिन संदिग्धों को पहले पकड़ा गया था, वे इंस्टाग्राम पर एक विशेष अकाउंट के जरिए शमा के संपर्क में थे। इसके बाद सोशल मीडिया अकाउंट्स की विस्तृत जांच की गई और एक इंटरस्टेट ऑपरेशन के माध्यम से गिरफ्तारी की गई। इस कार्रवाई में केंद्रीय एजेंसियों का भी सहयोग प्राप्त हुआ।
डिजिटल उपकरण जब्त, पाकिस्तान से जुड़े लिंक की जांच
ATS ने छापेमारी के दौरान संदिग्ध फोन, लैपटॉप और डिजिटल डिवाइसेज भी जब्त किए हैं। प्रारंभिक विश्लेषण में पता चला है कि इनमें से कुछ में पाकिस्तान से जुड़े डिजिटल लिंक और संदेश प्राप्त हुए हैं। इन साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है ताकि अन्य संदिग्धों की पहचान की जा सके।