शारदीय नवरात्रि के शुभारंभ के साथ ही देश में नए GST Reforms लागू हो गए हैं. इसके साथ ही देश में रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती हो गई हैं. PM नरेंद्र मोदी ने इसे GST बचत उत्सव का नाम दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों शक्ति की उपासना के पावन पर्व नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हए पूरे देश को ‘स्वदेशी’ का मंत्र देते हुए Made In India पर फोकस करने की सलाह दी है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए सोमवार को पहले नवरात्र के शुभारंभ के साथ ‘जीएसटी बचत उत्सव’ की शुरुआत की घोषणा की। अपने 19 मिनट के संबोधन में उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में बड़े बदलाव से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा जीएसटी सुधारों से 99 फीसदी सामान 5 प्रतिशत के स्लैब में आ जाएगा। इससे मध्यम वर्ग, युवाओं, किसानों और गरीबों को बड़ी राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी की अपील
पीएम मोदी ने देशवासियों से स्वदेशी वस्तुएं खरीदने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब हम अपने देश में बने सामान खरीदेंगे तो न केवल देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा बल्कि देश के उद्योगों और श्रमिकों को भी इसका लाभ होगा।
किन वस्तुओं पर दरें घटीं
- रोजमर्रा के सामान: तेल, शैम्पू, टूथपेस्ट, साबुन, मक्खन, घी, पनीर, नमकीन, भुजिया, सिलाई मशीन, डायपर, नैपकिन पर जीएसटी घटाकर 12% से 5% कर दी गई है।
- स्वास्थ्य और बीमा: स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा पर अब कोई कर नहीं लगेगा। थर्मामीटर, मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, ब्लड टेस्ट स्ट्रिप्स, नजर के चश्मे आदि पर कर 18% से घटाकर 5% किया गया है।
- शिक्षा क्षेत्र: नोटबुक, चार्ट, पेंसिल, रबर पर अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा।
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण: टीवी (32 इंच तक), एसी पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% किया गया है।
- लग्जरी वस्तुएं, महंगी कारे, कोल्ड ड्रिंक, सोडा वाले अन्य पेय पदार्थ 40 प्रतिशत के स्लेब में होगें।
इन पर कोई कर नहीं
दूध, पनीर, रोटी, 33 जरुरी दवाइयाँ, सभी व्यक्तिगत जीवन बीमा और स्वास्थय बीमा पर जीएसटी दर शून्य रहेगी। नवरात्रि पर PM मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा-
इस बार नवरात्र का यह शुभ अवसर बहुत विशेष है। GST बचत उत्सव के साथ-साथ स्वदेशी के मंत्र को इस दौरान एक नई ऊर्जा मिलने वाली है। आइए, विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए सामूहिक प्रयासों में जुट जाएं।”

