ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना की ओर से की जा रही विध्वंसक कार्रवाई से घबराया पाकिस्तान भारत के साथ सीजफायर पर सहमत हो गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर की घोषणा कर दी है। विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि दोनों देशों के बीच आज शाम 5 बजे से सीजफायर लागू होगा। उन्होंने बताया कि युद्ध विराम को लेकर कोई पूर्व या पश्चात की शर्त नहीं रखी गई है। सीजफायर का आह्वान पाकिस्तान की ओर से किया गया था।
विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि 10 मई को दोपहर 3:30 बजे पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय DGMO को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 17:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं. सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12:00 बजे फिर से बात करेंगे।
सीजफायर पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने X पर पोस्ट करके कहा कि आतंकवाद पर भारत किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेगा। एस जयशंकर ने X पर लिखा है कि भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।
पाकिस्तान के साथ भारतीय सेना ने प्रेस कांफ्रेस की और बताया कि भारतीय सेनाएं देश के अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमने उनके मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम, रडार सिस्टम को बेकार कर दिया।
भारतीय सेना की तरफ से कहा गया कि भारत ने पाकिस्तान की एयरफील्ड स्कर्दू, जकूबाबाद, सरगोदा और बुलारी को बहुत नुकसान पहुंचाया है। इसके साथ ही पाकिस्तानी वायुसेना के कई एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचाया है. इसके साथ ही भारतीय सेना ने कहा कि हमने नागरिक क्षेत्रों को नहीं बल्कि पाकिस्तान के सैन्य अड्डों को निशाना बनाया।
भारतीय सेना की तरफ से बताया गया कि LoC के पास पाकिस्तान के कमांड एंड कंट्रोल लॉजिस्टिक इंस्टालेशन और उनके मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर्स और उनके पर्सनल का इतना नुकसान हुआ कि पाकिस्तान की ऑफेंसिव और डिफेंसिव कैपेबिलिटी को नष्ट कर दिया गया। अंत में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि फिर से बात दोहराना चाहूंगी कि इंडियन आर्म्ड फोर्सेस पूरी तरह तैयार और सतर्क हैं। भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं।